दक्षिण अफ्रीका - असमानता के खिलाफ 27 वर्षों से लोगों के दिलों में गुस्सा था। अब सड़कों पर दिखाई दे रहा है।
Aj dainik - दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को जेल भेजने के बाद पुरे देश में भीषण हिंसा लूटपाट व आगजनी का दौर जारी है। हिंसा में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1200 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। हालात यह हैं कि सेना की तैनाती के बाद भी देश में संघर्ष और आगजनी की घटनाएं जारी हैं। जुमा समर्थकों ने कई शॉपिंग मॉल को आग के हवाले कर दिया है। ऐसी घटना असमानता का नतीजा है।
पिछले 6 दिनों से जारी हिंसा की चपेट में जोहानिसबर्ग और डरबन जैसे शहर भी आ गए हैं। हिंसा को देखते हुए देश की सबसे बड़ी रिफायनरी को भी बंद करना पड़ा है।
सबसे ज्यादा हिंसा गाउतेंग और क्वाजुलु नताल प्रांतों में हो रही है। हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस और सेना की अशांति रोकने की कोशिश जारी है। पुलिस ने बताया कि मृतकों में ज्यादातर लोग दुकानों में लूटपाट के दौरान भगदड़ मचने से मारे गए है। हालात अभी नियंत्रण से दूर हैं।
जोहानिसबर्ग और डरबन जैसे शहरों में भी जुमा के समर्थन में हिंसा भड़क उठी है। जोहानिसबर्ग के शॉपिंग मॉल में लूटपाट की गई जबकि डरबन में कुछ जगहों पर आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में असमानता के खिलाफ पिछले 27 वर्षों से लोगों के दिलों में गुस्सा था जो अब सड़कों आ गया है।
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